कितने जल्दी यह वक़्त बदल जाता है,
एक लम्हे में खुशी,
तो कभी आँसू दे जाता है!
अभी तो हम दोस्त बस मिले ही थे,
शायद गले भी ठीक से ना लगे थे!
एक-दो बातें ही तो हमने करी थी,
अभी तो वो हँसी भी अधूरी थी!
वो रात भर जाग कर गप्पे मारना,
एक दूसरे को हद तक चिडाना!
वो कुत्ते बिल्ली की तरह झगड़ना,
दोस्त को प्यार जताने के लिए भी गाली देना!
लगता है जैसे सब पीछे छूट गया,
वक़्त के आँचल में कहीं खो सा गया!
बदलते वक़्त के साथ पर एक खुशी भी मिल गई,
ना भूलने वाली कुछ यादें जो मिल गई!